भावनाओं को समझो
जानम मेरी, सुन लो सदा ये मेरी
बस मै प्यार तुम्ही से करता हूँ,
तुम जब, कीचड़ में रोज नहाती तो
मै छिप-छिप के आंहे भरता हूँ|
मोरनी जैसे पंख तुम्हारे,
आँखे क्या कजरारी हैं|
बिदक रहे हैं सारे मच्छर
सबको चाह तुम्हारी है|
पर मै सबसे तगड़ा इनमे,
आतंक है मैंने फैलाया|
मलेरिया, डेंगू के चलते
कितनो को मैंने टपकाया|
ऐश्वर्या हो या कैटरीना
सब के सब मुझसे डरते हैं|
भिन-भिन करते जब मै आता हूँ,
सल्लू भईया भी फिर भगते हैं|
खून चखा मैंने इन सब का
पर ये दिल तुम पर अटका है|
बद्दुवाएँ देता हूँ इनको, क्यों के
एक डंक अब भी मेक-अप में लटका है|
तुम मेरी बन जाओ तो फिर,
साथ उड़ेंगे साथ चलेंगे|
दिन भर दोनों प्यार करेंगे,
रात में चैन से खून पियेंगे|
मशहूर हुआ हूँ मै इतना
की नाना पाटेकर कहते हैं|
(सब जानते हैं "एक मच्छर आदमी को हिंजड़ा बना देता है ")
T.V. वाले भी त्रस्त सभी,
और राजू भईया तो मच्छर चालीसा जपते हैं|
कहते हैं सब बड़े,सयाने,
के मै अब सुर में गाता हूँ|
थोडा सा खोया रहता हूँ,
थोडा सा गुम हो गया हूँ|
भरकस तुमसे बोल रहा हूँ,
अब कुछ मै कर जाऊंगा|
बना के तुमको अब मै अपना
प्रेम ग्रन्थ लिख जाऊंगा|
कसम खाएँगे सारे मच्छर,
प्यार हमारा ऐसा होगा|
तुम बन जाओगी रानी मेरी,
और जीवन में प्यार-प्यार बस प्यार ही होगा|
तुम बन जाओगी रानी मेरी,
और प्यार-प्यार बस प्यार ही होगा|
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